धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र स्थित तपोवन कॉलोनी में पुलिस की छापेमारी में बड़ी सफलता मिली है. किराए के मकान में छापेमारी के दौरान पुलिस ने 4 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
दरअसल, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसमें बताया गया था कि तपोवन कॉलोनी में किराए के मकान में साइबर अपराध किया जा रहा है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मोबाइल नंबरों को ट्रेस करना शुरू किया. लोकेशन पता चलते ही पुलिस की टीम ने छापेमारी की योजना बनाई और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
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पढ़ाई के नाम पर किराए पर लिया था मकान
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी करीब एक महीने पहले इस मकान में रहने आए थे. उन्होंने मकान मालिक को पढ़ाई या किसी अन्य सामान्य काम से रहने का कारण बताया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने 23 फोन, एक लैपटॉप, कई बैंक खातों की जानकारी, इंटरनेट राउटर और एक बुलेट बाइक समेत साइबर अपराध में इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सामग्रियां बरामद की हैं.
इन सभी उपकरणों का इस्तेमाल ये अपराधी लोगों को ठगने और उनके बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए करते थे. गिरफ्तार अपराधियों में एक धनबाद का रहने वाला है, जबकि अन्य तीन बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कृष्ण कुमार (तेतुलमारी, धनबाद), पंकज यादव (जमुई, बिहार), नीतीश कुमार (बांका, बिहार), दीप नारायण यादव (बांका, बिहार) के रूप में हुई है.
इस घटना से तपोवन कॉलोनी के लोग स्तब्ध हैं और उनका कहना है कि उन्हें इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि उनके मोहल्ले में इस तरह की अवैध गतिविधियां हो रही हैं. स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अब देखना यह है कि इस मामले में आगे क्या खुलासे होते हैं.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
साइबर थाना पुलिस अधिकारी अक्षय कुमार राम ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए की गई एक बड़ी पहल का हिस्सा है. आरोपियों से पूछताछ जारी है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है.