तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्वीकार किया है कि अन्ना विश्वविद्यालय में लड़की के साथ हुए यौन उत्पीड़न का आरोपी DMK का समर्थक था. ये बात उन्होंने तमिलनाडु विधानसभा में कबूल की. हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी पार्टी का सदस्य नहीं है.
तमिलनाडु विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बोलते हुए स्टालिन ने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि विश्वविद्यालय में छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में जिसे गिरफ्तार किया गया है, वो व्यक्ति DMK का सदस्य नहीं है.
हालांकि उन्होंने ये बात स्वीकार की है कि आरोपी DMK का समर्थक था. उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष इस पर राजनीति कर रहा है और विश्वविद्यालय को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है.
‘आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होगी’
स्टालिन ने DMK के नेताओं के साथ आरोपी की तस्वीरों का भी बचाव किया. उन्होंने कहा कि ‘वह मंत्रियों और राजनेताओं के साथ तस्वीरें ले सकता था, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन वह डीएमके का सदस्य नहीं है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्पष्ट करता हूं कि आरोपी भले DMK का समर्थक था लेकिन मैं कार्रवाई करूंगा. स्टालिन ने साफ किया कि हमने आरोपी को नहीं बचाया, उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया और जेल में डाल दिया.
AIADMK ने किया वॉकआउट
विपक्षी पार्टी AIADMK ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया और पार्टी के सभी नेता सदन के बाहर निकलकर धरना देने लगे. स्टालिन के भाषण के बाद अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि हम सीएम की निंदा करते हैं. वहीं AIADMK के नेताओं ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए ‘झूठ मत बोलो’ के नारे लगाए.
अन्नामलाई ने खुद को कोड़े मारे
अन्ना विश्वविद्यालय की 19 वर्षीय छात्रा के साथ कैंपस के अंदर यौन उत्पीड़न किया गया था. इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया था. मामले को तूल पकड़ता देख तमिलनाडु पुलिस ने जनता से घटना के बारे में गलत सूचना फैलाने से बचने के लिए कहा था.
बीजेपी के राज्य प्रमुख के. अन्नामलाई ने खुद को कोड़े मारे थे और न्याय की मांग की थी. वहीं मामले में न्याय की मांग को लेकर पार्टी की महिला शाखा ने मदुरै से चेन्नई तक विरोध मार्च निकाला था.