जम्मू क्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक आनंद जैन ने इलाके में ड्रग, नशीली दवाओं की तस्करी और इनका सेवन करने वालों के खिलाफ चल रहे अभियान को और मजबूत करने के समीक्षा बैठक की है. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों का खाका तैयार करने और तस्करी से प्राप्त होने वाली संपत्ति की कुर्की करने का निर्देश दिया है. इस बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, क्राइम ब्रांच जम्मू सुनील गुप्ता, जम्मू क्षेत्र के के सभी डीआईएसजी रेंज और जिला एसएसपी, म्मू क्षेत्र के मुख्य अभियोजन अधिकारी, जेपीएचक्यू, जम्मू के एडीजीपी जम्मू क्षेत्र एवं प्रभारी अपराध, जेपीएचक्यू, जम्मू ने भाग लिया.
समीक्षा बैठक में एडीजीपी ने नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों की अवैध तस्करी और उनकी खपत से निपटने के लिए किए गए उपायों की विस्तृत चर्चा की. उन्होंने जम्मू में चल रहे ड्रग नेटवर्क को खत्म करने के लिए सहयोगात्मक कार्रवाई और मजबूत इंटर-एजेंसी कॉर्डिनेशन की जरूरत पर जोर दिया. बैठक में निगरानी को मजबूत करने, खुफिया जानकारी शेयर करने में सुधार लाने और सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियानों को आगे तेज करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
संवेदनशील इलाकों का खाका तैयार करने का निर्देश
उन्होंने हाल ही में नशीली दवाओं से संबंधित एक्टिविटी को संबंधित मामलों में कनविक्ट रेट बढ़ने पर कई टीमों की तारीफ की. साथ ही एडीजीपी ने ड्रग नेटवर्क की बदलती रणनीति का मुकाबला करने के लिए लगातार कोशिश करने की अपील की.
उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों का खाका तैयार करने, केंद्रित अभियानों का संचालन करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि हिरासत और डॉक्यूमेंट की सीरीज को सही तरीके से बनाए रखा जाए.
जांच मॉड्यूल बनाने की अपील
एडीजीपी जम्मू ने आरोपी की सजा की गारंटी के लिए अभियोजन स्तर पर जांच और आकलन की जरूरत पर जोर दिया. नार्को से संबंधित अपराधों की जांच करने वाले आईओ के परिणामों में सुधार के लिए, उन्होंने क्राइम ब्रांच जम्मू से दिशानिर्देश और जांच मॉड्यूल बनाने की अपील की.
अनुभवी अधिकारियों की हो पहचान
बैठक में उन्होंने अधिकारियों को ड्रग तस्करी द्वारा संपत्ति प्राप्त करने वालों की संपत्ति को कुर्की करने निर्देश देने के अलावा, संपत्तियों को फ्रीज करने और सीमा से सटे इलाकों में संदिग्ध ड्रग डीलरों और तस्करों का पता लगाने और उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने पर जोर दिया. उन्होंने अधिकारियों को नार्को मामलों की जांच के लिए सक्षम और अनुभवी अधिकारियों की पहचान करने का भी निर्देश दिया है.